साहित्य सुधाकर (बी.ए.हिन्दी स्तर) परीक्षा (डेढ़ वर्षीय पाठ्यक्रम )
शिक्षा क्षेत्र में कम से कम समय में आगे बढ़कर ग्रेजुएट बनने के इच्छुक जो अनेक कारणों से तीन वर्षीय बी0 ए0 नही कर सकतें या काम-धन्धा, नौकरी आदि के कारण तीन साल के कोर्स की पढ़ाई करने में असमर्थ हैं या जिनका गे्रजुएशन में ब्रेक लग गया हो। अतः जो अपने आपको किसी न किसी कारण से तीन वर्षीय बी0 ए0 करने में असमर्थ समझते हैं। लेकिन उनकी इच्छा बी0 ए0 करने की है, तो ऐसे छात्रा/छात्रा चाहे तो हमारे सरल डाक अध्ययन निर्देशन में डेढ वर्ष में हिन्दी स्तर कोर्स कर सकते हैं।
भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी स्तर) परीक्षा तीन खण्डों (3rd Parts) में ली जाती है। तीनो खण्डों की परीक्षा निम्न प्रकार दे सकते हैं:-
सितम्बर में प्रथम खण्ड (1st Part ) करके आने वाली फरवरी में द्वितीय खण्ड (2nd Part) कर सकते हैं। और फिर सितम्बर में तृतीय खण्ड (3rd Part) कर सकते है !
या फरवरी में प्रथम खण्ड (1st Part ) करके आने वाले सितम्बर में द्वितीय खण्ड (2nd Part) कर सकते हैं। और फिर फरवरी में तृतीय खण्ड (3rd Part) कर सकते है !
इस प्रकार ढेड़ ही वर्ष (सितम्बर + फरवरी +सितम्बर या फरवरी + सितम्बर + फरवरी ) में सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी) परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। अतः सुविधानुसार किसी भी मास की परीक्षा के लिए प्रवेश ले सकते हैं।
नोट:- याद रखें यदि 1st Part उत्तीर्ण करने के बाद किसी कारण आने वाले सितम्बर/फरवरी में 2nd Part न कर सके तथा कोर्स चेन्ज न हुआ हो तो तब एक साल के अन्दर द्वितीय खण्ड (2nd Part)कर सकते हैं ।
प्रवेश योग्यता :
घर बैठे या अपना काम धन्धा/ नौकरी आदि करते हुए डाक सरल निर्देशन द्वारा पढाई के लिए किसी राज्य निवासी छात्र/छात्रा जो मान्यता प्राप्त 12वी, भाषारत्न, मध्यमा, इन्टर, सीनियर सेकेन्डरी या इसके समकक्ष कोई परीक्षा पास कर ली हो । वे बिना उम्र बन्धन के सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी स्तर) के लिए प्रवेश ले सकते हैं ।
विषय (Subject) : सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी) प्रथम खण्ड (1st Part) में निम्न विषय/ पेपर होंगे ।
1:- हिन्दी गघ
2:- हिन्दी पघ
3:- हिन्दी भाषा तथा साहित्य समीक्षा
4:- हिन्दी साहित्य का इतिहास व अन्य भारतीय भाषायें
5:- पर्यावरण अध्ययन (Environment)
विषय (Subject) : :- सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी) द्वितीय खण्ड (2ndt Part) में निम्न विषय/पेपर होगें :-
1:- हिन्दी निबन्ध व्याकरण (Hindi Essay & Grammar)
2:- भारत का इतिहास या राजनीति शास्त्र (Indian History OR Pol. Science)
3:- अर्थशास्त्र या समाज शास्त्र (Economics OR Sociology)
4:- प्रा0भा0- संस्कृत (Sanskrit) या मराठी या गुजराती
5:- सामान्य अंग्रेजी (Gen. English)
विषय (Subject) : :- सुधाकर तृतीय खण्ड (Third Part) में निम्न विषय/पेपर होगें :-
1:- भाषा विज्ञान
2:- प्रयोजन मूलक हिन्दी
3:- विशेष कवि (कोई एक) कबीरदास या सूरदास
4:- साहित्यिक निबन्ध
नोट:- द्वितीय खण्ड (2nd Part) व तृतीय खण्ड (3rd Part) के लिए अध्ययन सामग्री, फार्म, सूचना निर्देशन आदि सभी परीक्षा के समय (Exam.Time) में ही कार्यालय से दे दिया जायेगा।
माध्यम (Medium) :- केवल हिन्दी होगा ।
फीस (Fees) :
सुधाकर बी0 ए0 हिन्दी प्रथम खण्ड (1st Part ) की कुल फीस प्रवेश, पंजीयन, डाक पत्राचार, परीक्षा फीस, रिजल्ट आदि तक का कुल खर्च 12500/-रू0 है। अब फार्म के साथ 7000/-रू0 भेजने या जमा करने होगे। शेष फीस 5500/-रू0 परीक्षा समय फरवरी या सितम्बर में जमा करनी होगी ।
नोट:- इसी प्रकार द्वितीय खण्ड (2nd Part ) और तृतीय खण्ड (3rd Part) की फीस भी ऊपर लिखे अनुसार ही भेजनी/देनी होगी।
परीक्षा समय (Exam Time) :
परीक्षा वर्ष में दो बार फरवरी तथा सितम्बर में होती है। छात्र/छात्रा अपनी सुविधानुसार आने वाले किसी भी मास फरवरी या सितम्बर मास की परीक्षा के लिए प्रवेश ले सकता है। छात्र/छात्रा याद रखें कि परीक्षा फरवरी मास की अन्तिम शनिवार से आरम्भ होती है। इसी प्रकार सितम्बर मास की परीक्षा भी अन्तिम शनिवार से ही आरम्भ होती है। परीक्षा तीन दिन( शनिवार ,रविवार,सोमवार) में समाप्त हो जाती है । परीक्षा प्रोगाम (Time table and other information)एक मास पहले रजिस्ट्री डाक से भेजी जाती है।
सुविधा (Facilities) : जिन्हें पाठ याद करने या पढ़ाई करने का अधिक समय नहीं मिलता, या परीक्षा के लिए अधिक दिनों का अवकाश नही मिलता, या जिनकी विभिन्न समस्यायें हैं वे सभी छात्र/छात्रा हमारे सरल डाक निर्देशन द्वारा 100% साल बचा सकते हैं।
परीक्षा प्रोग्राम (Time table and other information) के अनुसार केवल तीन दिन परीक्षा के लिए आना होता है। अन्य सभी कार्यवाही डाक द्वारा हो जाती हैं । तीनो खण्ड उत्तीर्ण होने पर सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी स्तर) रिजल्ट, मार्कसीट (D.M.C.), उपाधि पत्रा (डिग्री) मुम्बई हिन्दी विद्यापीठ मुम्बई द्वारा नियमानुसार रजिस्ट्री डाक से भेजे जाते हैं। छात्र/छात्रा को बार-बार आने जाने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं होती।
फार्म भरने के लिए (For Admission) :
सलंग्न फार्म में सबसे पहले परीक्षा देने वाली संस्था उसके बाद परीक्षा का नाम लिंखे जिसमे प्रवेश लेना हो, नीचे परीक्षा मास, सन सभी स्पष्ट रूप से भरे । नीचे के सभी कालम ध्यानपूर्वक हिन्दी और अंग्रेजी में स्पष्ट रूप से भरे जिससे आपका परीक्षा रिकार्ड आदि सभी अभिलेख सही बने अंत में अपमे हस्ताक्षर( सिग्नेचर) कर उसके साथ...
(1) पासपोर्ट साईज के 5 नवीनतम फोटो फार्म के साथ संलग्न करे ।
(२) पूर्व उत्तीर्ण हाईस्कुल(मैट्रिक/सेकेण्डरी/10th) और इंटरमीडिएट(1२th/ सीनियर सेकेण्डरी) पास अंकपत्र-सर्टिफिकेट और आधार कार्ड सभी की 3-3 फोटो कापी फार्म के सलग्न करे ।
(3) फ़ीस की पहली क़िस्त सहित व्यक्तिगत कार्यालय आकर नकद(CASH) जमा कराये
या आने-जाने का समय आदि की परेशानी से बचने के लिए अच्छा रहेगा कि आप फ़ीस डाकघर से केवल स्पीड पोस्ट मनीआर्डर द्वारा भेजकर फार्म,फोटो,सभी प्रमाणपत्रों को पूर्ति कर रजिस्टर्ड प्रिन्सिपल शान्ति निकेतन शिक्षालय, छत्ता जम्बूदास, जिला-सहारनपुर-247001(उत्तर-प्रदेश) के पते पर भेज दे । ध्यान दे कि साधारण मनीआर्डर लेट हो जाते है इसलिए डाकघर से केवल स्पीड पोस्ट मनीआर्डर ही करना है आपने ।
या आप अपने निकटतम किसी भी बैंक जिसकी शाखा सहारनपुर में हो उस बैंक से फ़ीस का बैंक ड्राफ्ट प्रिन्सिपल शान्ति निकेतन शिक्षालय,सहारनपुर के नाम बनवाकर बैंक से बैंक ड्राफ्ट प्राप्त करके उसे फार्म पर संलग्न करके फोटो,आवश्यक प्रमाणपत्रों की पूर्ति कर प्रिन्सिपल शान्ति निकेतन शिक्षालय,छत्ता जम्बूदास,जिला-सहारनपुर-247001(उत्तरप्रदेश) के पते पर रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेज दे । ध्यान दे:- आप जब बैंक से बैंक ड्राफ्ट बनवाने जाये तो उसमे प्रिन्सिपल शान्ति निकेतन शिक्षालय,सहारनपुर (PRINCPAL SHANTI NIKETAN SHIKSHALAYA,SAHARANPUR) ही लिखा होना आवश्यक है ।
या आप हमारे बैंक यूको बैंक,सहारनपुर के बैंक खाता न 02320110009017 से "Sunil Jain Uco Bank Saharanpur" IFSC CODE-UCBA0000232 में (RTGS) निफ्ट कराकर बैंक चलान कार्यालय प्रति फार्म के साथ संलग्न कर,फोटो,सभी प्रमाणपत्रों को पूर्ति कर रजिस्टर्ड प्रिन्सिपल शान्ति निकेतन शिक्षालय, छत्ता जम्बूदास, जिला-सहारनपुर-247001(उत्तर-प्रदेश) के पते पर भेज दे ।
DOWNLOAD बैंक चालान
नोटः- गारन्टी निर्देशन के नाम पर अलग से कोई फीस नही लगती है ।
सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी) परीक्षा की मान्यता एवं लाभ(RECOGNITION ) :
1:- मुम्बई हिन्दी विद्यापीठ, मुम्बई द्वारा संचालित सुधाकर (बी0ए0 हिन्दी) परीक्षा भारत सरकार एवं महाराष्ट्र सरकार से बी0ए0 हिन्दी स्तर पर मान्यता प्राप्त है । मान्यता की जानकारी महाराष्ट्र सरकार की बेब साईट पर भी देखा जा सकता है।मान्यता पत्र D
2:- पूरे भारत (अर्थात, दिल्ली, उ0 प्र0, उत्तरांचल, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, गुजरात, बिहार, आसाम, उड़ीसा, म0 प्र0 बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, आदि राज्यों तथा केन्द्र शासित राज्यों )में केवल केन्द्रीय सेवाओं के लिए भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति संख्या H41-2/70 दि0 30-3-71 के द्वारा तथा पुनः प्रेस विज्ञप्ति संख्या 7-50/89 एच0 पत्रांक नं0 9-1/88-D-1 भाषा दिनांक 5-5-1988 द्वारा सा0 सुधाकर परीक्षा को बी0 ए0 हिन्दी स्तर पर नौकरी/तरक्की पाने के लिए स्थाई मान्यता प्रदान की है।
म
ान्यता पत्र A B C E and fack list G
At Hindi level, The Government of India recognised this examination as eqivalent to B.A. for the purposee of service only.
हरियाणा राज्य सरकार के शिक्षा विभाग आयुक्त एवं सचिव के पत्रा क्रमांक 2148 शिक्षा (4E) 75/8787 दिनांक 18-3-75 द्वारा मान्यता दी थी। डायरैक्टर, सैकन्डरी एजुकेशन हरियाणा चण्डीगढ़ के पत्रांक नं0 30/10-95/4 दिनांक 4-5-96 के अनुसार सुधाकर परीक्षा बी0 ए0 हिन्दी के समकक्ष मान्य है।
अतः सुधाकर, (बी0 ए0 हिन्दी) परीक्षा उत्तीर्ण भारत सरकार मान्यतानुसार ही केन्द्रीय सेवाओं में हिन्दी स्तर नौकरी/तरक्की के लिए आवेदन कर सकते हैं। यद्यपि हमारे उत्तीर्ण परीक्षार्थी P.C.S./S.S.C./State Bank/रिजर्व बैंक/रेलवे कम्पीटिशन में भाग ले चुके हैं। फिर भी परीक्षार्थी स्वयं जांच पड़ताल करके सेवा आयोगों कम्पीटीशन परीक्षा हेतु भी विभागीय नियमानुसार ही आवेदन कर सकेगे ।
3:- आगे पढ़ाई करने के इच्छुक चाहे तो नियमानुसार M.A./M.B.A/PGDCA कर सकते हैं।
मान्यता पत्र f
4:- सुधाकर (बी0 ए0 हिन्दी) उत्तीर्ण छात्र/छात्रा शिक्षा आचार्य(बी0 एड0 हिन्दी स्तर) समकक्ष टीचर कोर्स भी कर सकते हैं।
विशेष नोट :- किसी वर्ष में विद्यापीठ के नियमो में परिवर्तन या फीस में वृद्धी (बढ़ोतरी ) होने पर छात्र /छात्रा को विद्यापीठ के नियम मान्य होंगे। क्योंकि संस्था विधापीठ के नियमो से बंधी है ।